ब्लडप्रेशर, बहुत ही जाना-माना नाम, लगभग हर आदमी इससे परिचित होगा। यह ब्लडप्रेशर कम हो जाए तो निम्नरक्तचाप की समस्या और अधिक हो जाए तो उच्चरक्तचाप की समस्या। आमतौर पर ब्लडप्रेशर की समस्या उम्र बढ़ने पर होती है। हम लोग मानते हैं कि ब्लड प्रेशर की बीमारी वृद्धों की बीमारी है लेकिन अब 30 साल के युवक भी इस बीपी की समस्या से ग्रसित होते हैं सामान्य तौर पर 30% भारतीय बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं। इसीलिए डब्ल्यूएचओ ने इसे ग्लोबल एपिडेमिक घोषित किया है। तो आइए जानते हैं आज के विषय हाई ब्लड प्रेशर के बारे में-
क्या होता है ब्लडप्रेशर( रक्तचाप ):-
रक्तवाहिनियों में बहते रक्त द्वारा वाहिनियों की दीवारों पर डाले गए दबाव को रक्तचाप या ब्लडप्रेशर कहते हैं।शरीर का सामान्य ब्लडप्रेशर 140-159/90-95 होता है और इससे ज्यादा का प्रेशर हाई ब्लडप्रेशर माना जाता है।यदि ब्लडप्रेशर 85 से ऊपर जा रहा है तो यह चेतावनी का संकेत माना जाता है। युवकों मे ब्लडप्रेशर की सीमा 120/80 तक होती है। इसमें 120 सिस्टोलिक ब्लडप्रेशर है और 80 डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर है।
हाई ब्लडप्रेशर के लक्षण:-
यदि कोई व्यक्ति हाई ब्लडप्रेशर से पीड़ित है तो निम्न लक्षण दिखाई देते हैं-
(1) सिर चकराना
(2) सिर दर्द
(3) सीने में तेज दर्द
(4) उल्टी महसूस होना
(5) बेचैनी
(6) घबराहट
(7) थकान
(8) धुंधला दिखना
(9) कमजोरी महसूस होना
(10) नाक से खून आना
(3) सीने में तेज दर्द
(4) उल्टी महसूस होना
(5) बेचैनी
(6) घबराहट
(7) थकान
(8) धुंधला दिखना
(9) कमजोरी महसूस होना
(10) नाक से खून आना
हाई ब्लडप्रेशर के कारण:-
आजकल लोगों की दिनचर्या कुछ ऐसी हो गई कि लोग अब अपने लिए ही समय नहीं निकाल पाते ना तो वे कभी एक्सरसाइज कर पाते हैं ना ही उनका खान-पान सही रहता है यह हाई ब्लड प्रेशर का प्रमुख कारण है। अनियमित जीवन और खान-पान के साथ-साथ और भी कई कारण हाई ब्लडप्रेशर के लिए उत्तरदायी हैं जैसे- चिंता, क्रोध, ईर्ष्या, भय, आदि मानसिक विकार भी उच्च रक्तचाप का कारण होते हैं।
जरूरत से अधिक खाना,सिगरेट पीना, शराब, तेल, घी, अचार का अधिक सेवन करने से हाई ब्लडप्रेशर होता है। यह मोटापा, किडनी की बीमारी, नमक का अधिक सेवन तथा यह वंशानुगत भी होता है यानी कि यदि आपके पिता जी को यह समस्या है तो आपको भी यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
ब्लड प्रेशर से बचने के उपाय:-
(1) अमेरिकन एसोसिएशन ने 12 हफ्ते का अध्ययन किया जिसमें हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को हफ्ते में 3 दिन 30 मिनट के लिए मॉर्निंग वॉक कराई गई जिसके बाद उन लोगों के हाई ब्लड प्रेशर में 8 से 15% की कमी आई। तो आज से आप भी सुबह टहलने जरूर जाएं।
(2) यदि आपका वजन अधिक है तो आप अपने वजन को घटाएँ क्योंकि अधिक वजन हाई ब्लड प्रेशर का प्रमुख कारण है।
(3) सोडियम की मात्रा कम ले और पोटैशियम की मात्रा अधिक ग्रहण करें क्योंकि अधिकतर देखा गया है की जो लोग नमक अधिक खाते हैं उनका बीपी हाई होता है।
(4) दिन में रोज सुबह कपालभाति प्राणायाम और अनुलोम-विलोम करें क्योंकि यह व्यायाम आपके शरीर का संतुलन बनाए रखता है जो आपके हाई ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद करता है।
(5) दिन में दो बार ग्रीन टी जरूर पर इसके अंदर एक ऐसा कंपोनेंट होता है जिसे ईजीसीजी कहते हैं यह बहुत ही ज्यादा ताकतवर एंटी ऑक्सीडेंट होता है यह हमारे शरीर को डीटॉक्सिफाई करता है और वजन घटाने में बहुत ज्यादा मदद करता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर सामान्य होता है।
(6) कम से कम 8 घंटे जरूर सोए क्योंकि National Sleep Heart Health अध्ययन में पाया गया कि जो भी व्यक्ति 7 से 8 घंटे की नींद लेता है उसे हाई बीपी की संभावना बहुत कम हो जाती है।
(7) सुबह खाली पेट लहसुन एक या दो कली जरूर खाएं इसके अंदर एक ऐसा कंप्लेंट होता है जिसका नाम एलीफीन होता है यह हमारे हाई बीपी को लो करने में मदद करता है।
(6) कम से कम 8 घंटे जरूर सोए क्योंकि National Sleep Heart Health अध्ययन में पाया गया कि जो भी व्यक्ति 7 से 8 घंटे की नींद लेता है उसे हाई बीपी की संभावना बहुत कम हो जाती है।
कुछ लाभकारी घरेलू उपाय:-
(1) सर्पगंधा, आंवला, गिलोय, अर्जुन वृक्ष की छाल, पुनर्नवा और आशकंद बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर पानी के साथ दिन में दो बार खाने से उच्च रक्तचाप सामान्य हो जाता है।
(2) तरबूज खाने से हाई ब्लड प्रेशर ठीक हो जाता है।
(3) लीची का उपयोग भी हाई ब्लड प्रेशर में बहुत ही लाभकारी होता है।
(4) गाजर का मुरब्बा हाई ब्लड प्रेशर मे काफी लाभदायक होता है।
(5) सर्पगंधा को कूटकर कर रख लें। सुबह शाम तो 2 ग्राम सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है।
(6) गेहूं की बासी रोटी सुबह दूध में भिगोकर खाने से हाई ब्लड प्रेशर सामान्य होता है।
(7) 1 ग्राम सूखा धनिया, 1 ग्राम सर्पगंधा कामा 2 ग्राम मिश्री पीसकर ताजे पानी के साथ खाने से उच्च रक्तचाप घट जाता है।
(8) रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच मेथी भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इस पानी को पी ले और मेथी के दानों को चबाकर खाएं इससे जल्द ही हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होगा।
(9) पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पी ले 15 दिनों में इसका बहुत ही ज्यादा प्रभाव पड़ेगा।
(10) 5 बेलपत्र के पत्तों को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर गर्म करें तब तक गर्म करें जब तक पानी आधा ना हो जाए फिर उसको ठंडा करके पी ले यह नुस्खा बहुत ही जल्दी हाई ब्लड प्रेशर को ठीक करता है यह शुगर में भी उपयोगी है।
आज इस पोस्ट के माध्यम से हमने हाई ब्लडप्रेशर से बचने के बारे मे जाना।। मुझे उम्मीद है कि आपको पोस्ट पसंद आई होगी।
(8) रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच मेथी भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इस पानी को पी ले और मेथी के दानों को चबाकर खाएं इससे जल्द ही हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होगा।
(9) पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पी ले 15 दिनों में इसका बहुत ही ज्यादा प्रभाव पड़ेगा।
(10) 5 बेलपत्र के पत्तों को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर गर्म करें तब तक गर्म करें जब तक पानी आधा ना हो जाए फिर उसको ठंडा करके पी ले यह नुस्खा बहुत ही जल्दी हाई ब्लड प्रेशर को ठीक करता है यह शुगर में भी उपयोगी है।
आज इस पोस्ट के माध्यम से हमने हाई ब्लडप्रेशर से बचने के बारे मे जाना।। मुझे उम्मीद है कि आपको पोस्ट पसंद आई होगी।
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