क्या आपको पता है कि मानसून क्या होता है? इसकी उत्पत्ति कहाँ से होती है ?ये बारिश लेके कैसे आता है? तो आइए दोस्तो जानते है इस मानसून के बारे में चूँकि मानसून के पहले तो वर्षा होती ही नही है वर्षा न होने की वजह से झील,नदियाँ,कुँए,बांध आदि जितने भी जल स्रोत होते है सभी सूख जाते है और इन सबके बाद शुरू होता मानसून का मौसम तो आइये इसके बारे में बात करते हैं-
क्या होता है मानसून:-. "मानसून" शब्द अरबी भाषा के "मौसिन" शब्द से बना है जिसका मतलब होता है हवाओं के नियमित व स्थाई मार्ग में अस्थाई परिवर्तन। मानसून का जन्म एक वैज्ञानिक घटना है यह सात समुद्रोंं के उस पार से नहीं आता बल्कि हिंद महासागर से इसका जन्म होता है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी सेे भी मानसूनी हवाएं नमी ग्रहण करती है। मानसून का तात्पर्य वर्षा ऋतुु से है यानी जिन प्रदेशों में ऋतु बदलते ही हवा की प्रकृति बदल जाती है वे सारे प्रदेश मानसूनी जलवायुु के अंतर्गत आते हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार:-
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून ऐसी सामयिक हवाएं हैं जिनकी दिशाओं मेंं प्रत्येक वर्ष दो बार उलट- पलट होती है। उत्तर पूर्व और दक्षिण पश्चिम में मानसूनी हवाओं की दिशाओं में बदलाव वैज्ञानिक भाषा में कोरिओलिक बल के चलते होता है। यह बल गतिशील पिंडों पर असर डालता है। हमारी पृथ्वी भी गतिशील पिंंड है जिसकी दो गतियाँँ हैं- दैनिक गति और वार्षिक गति। उत्तरी गोलार्द्ध मे मानसूनी हवाएँ दाईं ओर मुुुुड़ जाती हैं और दक्षिणी गोलार्ध मे बाईं ओर। वायुगति के इस परिवर्तन की खोज फेरल नामक वैज्ञानिक ने की थी। इसलिए इस नियम को 'फेरल का नियम' कहते हैं।
क्यों कहते हैं मानसूनी हवाएँ:-
देश मे जाड़े मे स्थल से जल की ओर यानी भारत से हिंद महासागर की ओर हवाएँ चलती हैं और गर्मियों में इसके विपरीत यानी हिंद महासागर से भारत की ओर। इस प्रकार ये हवाएं ऋतु के अनुसार बदल गई, इसलिए ये मानसूनी हवाएँ कहलाईं।
कैसे करता है बारिश:-
उत्तर भारत में कम तापमान की वजह से अधिक दबाव का क्षेत्र बन जाता है प्रकृति का एक कठोर नियम हैै कि हवाएँ अधिक दाब से कम दाब की ओर चलती हैं लेकिन जून -जुलाई यानी गरमियों मेंं इसका उल्टा होता है यही कारण है कि उत्तरी भारत समेत उत्तर पश्चिमी भारत तपने लगता है और कम दबाव का क्षेत्र बन जाता है उधर दक्षिण मेें हिंद महासागर में कम तापमान के कारण उच्च दबाव का क्षेत्र बन जाता है और वहां से हवाएं भारत की ओर चलने लगती है नमी युक्त होने के कारण यह हवाएं भारत व दक्षिण पूर्व एशिया में खूब बारिश करती हैं।
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